Masakali 2.0 Lyrics in Hindi – Tulsi Kumar, Sachet Tandon

ऐसे विंग झटक ना कमर मटक तू
लचक लचक के यूँ ना भटक
हर नज़र नज़र है तुझपे
तू संभल संभल रहना रे
है इस क़दर किया हष्र
के नींदे सारी उड़ गई रे
हम दे तो किस तेरी फिकर
तेरे चक्कर में भुला सारा जहां रे
मसकली मसकली
तू कहाँ चली कहाँ चली
ओ मसकाली मसकाली
कहाँ तेरी गली तेरी गुल्ली
मैं मसकली मसकली
मैं चली चली चली चली
मैं मसकाली मसकाली
मैं चली चली चली चली
हवा में उड़ती रहती है
दिलों से जुड़ती रहती है
तू लगदी है कोई जन्नत
जो मुझपे गिरती रहती है
ज़रा बतादे तू
कहाँ पे रहती है
ढूंढता रहता हूं मैं
गली गली गली
मसकली मसकली
तू कहाँ चली कहाँ चली
ओ मसकली मसकली
कहाँ तेरी गली तेरी गुल्ली
जॉइन ओह सेंटर सी अदाह
है गलती इसमें क्या बता
हूँ में एक सिंपल सी लड़की
क्यों फॉलो करता बेवजह
क्यों उसपे पागल तू
भटकता बादल तू
ना पिंजरे में आऊंगी
चली मैं तो चली
मैं मसकली मसकली
मैं चली चली चली चली
ओ मसकली मसकली
कहाँ तेरी गली तेरी गुल्ली

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