Rihaa Lyrics in Hindi – Arijit Singh

येह कम ओन
ब्रिंग इट ओन
हियर वी गो
मन मन चला
ये ना रुका कुछ दिखा नया
मन चला वहाँ ओ…
क़ैदी हूँ मैं
मन बेड़ियाँ खोलता नही
छोड़ता नहीं ओ…
हँसता सा चेहरा हूँ
या गम में गहरा हूँ
क्या चाहिए बोलो
इक पल में लम्हा हूँ
एक पल में तन्हा हूँ
क्या चाहिए बोलो
मुझे अपना ले
तेरी रूह में मुझको मिला
कर दे तू रिहा हो
अंधेरा हूँ
मिलकर के हाँ कर दे तू सुबह
कर दे तू रिहा ओ…
ओ.. ओ..
है दिन भर बेचैनी
पागल करे तेरी कमी
तेरी धुन से गिरा
है मेरा हर इक सिरा
जाए ना ख़ालीपन मेरा
ख़ालीपन मेरा
तू मिले जो मैं खो जाऊं
तुझमें खुद ही को पाऊं
घटा तू मैं धारा
बरस हो जा मेरा
जाए ना ख़ालीपन मेरा
ख़ालीपन मेरा
सूना सा आँगन हूँ
पागल सा सावन हूँ
क्या चाहिए बोलो
खुद को सिखाता हूँ
खुद भूल जाता हूँ
क्या चाहिए बोलो
मुझे अपना ले
तेरी रूह में मुझको मिला
कर दे तू रिहा हो
केव के पाइना बोले
घूम घूमियेछि
चुप मदर घाड़ पूडीयेची
पगर पार होये निशश
पोशश बोगे चुनार
होल अबिज़ोगी तुई चाश
उडान जान दिए तुई अमि उड़े जाई
उडान जान निए उदाव हारिए जाई
जट्टार धोरो ओनटोर जुड़े जाए
चट्टान दिए जाए
ख़ुदार प्राण तोर रूपे हारिये जाई
ख़ुदार प्राण तोर कोलपोनशा चाई
ख़ुदार प्राण तोर सोंगे जाईते चाई
अमर कोलपोना ओ..
मुझे अपना ले
तेरी रूह में मुझको मिला
कर दे तू रिहा हो
अंधेरा हूँ
मिलकर के हाँ कर दे तू सुबह
कर दे तू रिहा ओ…
ओ.. ओ..
हम्म…
ओ.. हम्म…

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