देखो देखो..
देखो मैं हूँ आमने
और तुस्सी हो सामने
बुरराह.. बुरराह.. बुरराह..
है सब दिल लगे थामने
ज़िन्दगी चिल्ल है या
जियो जियो स्पीड विच
आज़ादी लिपटी मज़ा है सारा वीड विच
चौड़े में रहो हाई
काहे की कोई रोक टोक
चुचा कर्रे जो कोई
उसको दो ओथे ही ठोक
चड्डी पहन के गाऊं
या फिर गाऊं नंगा
तू होता है कौन चूजे
चल तेरी माँ डा कंगना
मैं जैसा भी हूँ
कूल कूल ढूढे चंगा
पंगा ना लेना मुझसे
मैं उड़ता पतंगा
मेरी आन बान शान
सुनामी में तूफ़ान
हर देश में हैवान
मुझे कहाँ मिले चैन
मेरा गाना जब भी बाजे
पुलिस ये चोर नाचे
मुझे ज्ञान ना पिलाना
मैं हूँ अंतर्यामी
तुम हरी गुण गाओ
मैं पैदैसी हरामी बुह..
ओ चिट्टा वे, ओ चिट्टा वे
कैयां नु है ख़ुश कित्ता वे
है मिट्ठा वे, है मिट्ठा वे
कुण्डी नशे वाली खोल के देख
उड़ता पंजाब..
फकीरा वे, फकीरा वे
एही तेरी सोहनी मीरा वे
फकीरा वे, फकीरा वे
बस नाच नाले खीच के देख
उड़ता पंजाब..
चिट्टा वे, चिट्टा वे
जिसने वि एह्नु लिट्टा वे
जिट्टा वे, जिट्टा वे
खुन्दी नशे वाली खोल के देख
उड़ता पंजाब..
चिट्टा विदेशी है पर बोले अब पंजाबी है
पूरे पंजाब में बस इसकी नवाबी है
आग है शोला ये अंगारों का लिबास है
नश नश में घुसा हुआ
हर दिल का ये ख़ास है
हर दिल का ये ख़ास है
हर दिल का ये ख़ास है
खेत खलिहानों से या चुंगी नाकों नहों से
यारी है इसको बन्दों के काले गुनाहों से
है वादियों में, शदियों में
मरघटों में ये
रंग रलियों में, कलियों में
आहटों में ये..
हदें और सरहदें सारी पार कर गया
पहले मज़ा और फिर मज़ार कर गया
मौत का व्यपार, तलब बार बार
है अचिल्लेस की वार आर या तो पार
छोरा छोरी हो या नार
मुंडा कुड़ी मुटियार
इसका पहले बढे प्यार
फिर छींक और बुखार
उड़ता पंजाब..