आज फिर तुमपे प्यार आया है
आज फिर तुमपे प्यार आया है
बेहद और बेशुमार आया है
आज फिर तुमपे प्यार आया है
आज फिर तुमपे प्यार आया है
बेहद और बेशुमार आया है
तू ही मेरी आवारगी
तू ही दुआ हर शाम की
तू खामखा, तू लाज़मी
तू ही रज़ा, टी ही कमी
और तू ही वो, फिराक़ है जिसको
है सिलसिलों ने मेरे पास लाया
होठों पे तेरे इज़हार आया है
होठों पे तेरे इज़हार आया है
बेहद और बेशुमार आया है
आज फिर तुमपे प्यार आया है
आज फिर तुमपे प्यार आया है
बेहद और बेशुमार आया है
आज फिर तुमपे प्यार आया है
आज फिर तुमपे प्यार आया है
बेहद और बेशुमार आया है