Sau Tarah Ke Lyrics in Hindi – Dishoom

कल सुबह सोचेंगे जो आज रात किया
कल सुबह गिन लेंगे सारी गलतियाँ
तू मेरा अभी हो जाना अजनबी
फिर हम मिलेंगे ना कभी
कल सुबह चले जायेंगे है घर जहाँ
कल सुबह बोले जो भी बोलेगा जहां
तू मेरा अभी हो जाना अजनबी
फिर हम मिलेंगे ना कभी..
सौ तरह के रोग ले लूं
इश्क़ का मर्ज़ क्या है
सौ तरह के रोग ले लूं
इश्क़ का मर्ज़ क्या है
तू कहे तो जान दे दूं
कहने में हर्ज़ क्या है
सौ तरह के रोग ले लूं
इश्क़ का मर्ज़ क्या है
बाहों को बाहों में दे दे तू जगह
तुझसे तो दो पल का मतलब है मेरा
तेरे जैसे ही मेरा भी दिल खुदगर्ज़ सा है
तू कहे तो जान दे दूं
कहने में हर्ज़ क्या है
सौ तरह के रोग ले लूं
इश्क़ का मर्ज़ क्या है
सौ तरह के रोग ले लूं
इश्क़ का मर्ज़ क्या है

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